Meri taqdeer ke malik

मेरी तकदीर के मालिक, मेरी तकदीर तो तुम हो, जो उभरी हैं सितारो पे, मेरी तस्वीर तुम हो।
यह दौलत, यह शोहरत, सफर श्मशान तक का हैं, जो आखिर साथ जाना हैं, असल जागीर तो मेरे श्याम तुम हो।