<p style="text-align: center;">ख्वाबों की सजी थी महफिल, पर हसरत नीलाम हो गई, तूने क्या एक नजर देखा सांवरे, मेरी रूह तक गुलाम हो गई।। ।। जय श्री श्याम।।</p>