Wo samandar hi kya
वो समंदर ही क्या जिसका कोई किनारा ना हो,वो इबादत ही क्या जिसमे महाकाल नाम तेरा हैं हो।सरगम की सब...
Read moreवो समंदर ही क्या जिसका कोई किनारा ना हो,वो इबादत ही क्या जिसमे महाकाल नाम तेरा हैं हो।सरगम की सब...
Read moreमहादेव के दरबार में, दुनिया बदल जाती हैं,रहमत से हाथ की लकीर बदल जाती हैं।लेता हैं जो भी दिल से,...
Read moreऐ जन्नत अपनी औकात में रहना,हम तेरी जन्नत के मोहताज नही।हम गुरू भोलेनाथ के चरणों के वासी हैंवहाँ तेरी भी...
Read moreसर्पों के बीच रहने वाला क़लापी,दिगम्बर, मशान ही मेरा मूल स्थान हैंरूद्र, अघोरा मेरे रूप हैं,मैं प्रलय रूद्र हूँ, मैं...
Read moreवो गुरु हैं मेरा, वो मित्र हैं मेरा,वो साथ हैं मेरा, वो विश्वास हैं मेरा,वो मार्गदर्शक हैं मेरा, वो शासक...
Read moreभुलेंगें वो भुलाना जिनका काम हैं,मेरी तो महाकाल के बिना गुजरती नही शाम हैं।कैसे भूलूँ मैं महाकाल को,जो मेरी जिदगी...
Read moreतेरी जटाओं का एक छोटा सा बाल हूँ,तेरे होने से मैं बेमिसाल हूँ।तेरे होते मुझे कोई छू भी ना पाये,क्योंकि...
Read moreलोग कहते हैं किसके दम पे उछलता हैं तू इतना,मैंने भी कह दिया जिनकी चिलम के,हुक्के की दम पर चल...
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