Category: Father Shayari
Wo hath sir per rakhe to ashirwad bn jata hai, Unko rulane wala jalad bn jata hai..! Mata-pita k dil kabhi na dukhana …!! Unka to jhutan b prasad …
Kisi ne Pucha Wo Kaun Si jagah Hai Jahan Har Galti , Har Gunah, Har Jurm Maaf Ho jata hai Main Muskurya Aur Bola Papa ka DIL
बेमतलब की इस दुनिया में, वो ही हमारी शान है।। किसी शख्स के वजूद की, पिता ही पहली पहचान है।।
खून का भी एक रंग होता हैं, पुत्र पिता का अंग होता हैं.
पापा मिले तो मिला प्यार, मेरे पापा मेरा संसार, खुदा से मेरी इतनी सी दुआ है इस बार मेरे पापा को मिले खुशियाँ अपार
Abu ji mai nahi naraz hoti kisi se bhi Kyun ki aap manane hi nahi aate mujhe
बच्चे मेरी उँगली थामे धीरे धीरे चलते थे फिर वो आगे दौड़ गए मैं तन्हा पीछे छूट गया
जो चीज खो गई थी मैंने उसे और खोते देखा है मैं दुखी नहीं हूँ जनाब, सूरबी हूँ क्योकि मैंने अपने बाप को कौने में बैठे छुप – छुप …