Navjot Singh Sidhu Best Lines, Quotes By Navjot Singh Sidhu
खुदा की ऐसी बेमिसाल कारीगरी फिर से नहीं देखी
वो फ्लिक, वो कट, वो बाजीगरी फिर से नहीं देखी
एक से एक जांबाज आये क्रिकेट की इस रणभूमि में
मगर कलाईयों की ऐसी जादूगरी फिर से नहीं देखी
यक़ीन कीजिए ईश्वर के फ़ैसले
हमारी ख़्वाहिशों से बेहतर होते हैं
मेहनत को राहे मंजिल को आसमां रखते है,
अपने अभिनय से अदाकारी को जवां रखते है,
अभिनय के गुरू भी जिसे अपना गुरू माने
यादगार है भीखू म्हात्रे जो अलग अंदाज-ए-बयाँ रखते है
सियासत को लहू पीने की लत है ,
वर्ना मुल्क में सब ख़ैरियत है
हो जाये जो हमसे कभी वो खता बता देना,
मोबाइल नंबर ना सही घर का पता बता देना,
हम खड़े रहेंगे दीदार के लिए हैप्पी
आप जहाँ से भागो वो रस्ता बता देना।.
मेरे बारे में राय बनाने से पहले मुझसे बात कर लेना ,
अक्सर दूसरों से सुनी गयी बातें अफ़वाहें होती हैं ।।
चुप रहना भी एक तहज़ीब है संस्कारों की ।
लेकिन कुछ लोग हमें बेज़ुबान समझ लेते हैं।
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या खून पसीना करके दिखा,
या तान के चादर सोता जा,
ये नाव तो चलती जाएगी,
तू हँसता जा, या रोता जा
जब ज़मीर गिरवी रख दिया जाए
तब आपकी कोई ताक़त मायने नहीं रखती
लग जा गले दोस्त और दिलों जान बन जा,
मैं तेरी गीता बन जाऊँ तू मेरा कुरान बन जा,
आ मोहब्बत की कुछ ऐसी मिशाल कायम करे
मैं तेरा पाकिस्तान बन जाऊं तू मेरा हिन्दुस्तान बन जा
फ़न कुचलने का हुनर भी सीखिए जनाब…
सांपों के ख़ौफ़ से जंगल नहीं छोड़ा करते
आपकी खूबसूरती की क्या मिशाल दूँ,
ऐ हूरे जन्नत खुदा ने आपको बड़ी शिद्द्त से बनाया होगा
मैं दावा करता हूँ आज इस महफ़िल में मल्लिका-ऐ-हुस्न
इस जमीं पर आप जैसा न आएगा न कभी आया होगा।
ख्वाहिशें मेरी “अधूरी ही सही
पर कोशिशें मैं “पूरी करता हूँ
सख्तियां सहने के लिए पत्थर का जिगर पैदा करो,
कौम के ख़ातिर जो कट सके वो सर पैदा करो
अपनों की महफ़िल में अजनबी बना रहा,
कुछ इस तरह से मैं, हर साजिश से बचा रहा
मंज़िल तो मिल जाने दो…
जवाब भी देंगे , हिसाब भी देंगे