मनुष्य के पास सबसे बड़ी
पूंजी अच्छे विचार और अच्छे संस्कार हैं
क्योंकि धन और बल किसी को भी गलत राह पर ले जा सकते हैंकिंतु अच्छे विचार और अच्छे संस्कार सदैव अच्छे कार्यों के लिए ही प्रेरित करेंगे..
पटरी पर पड़े मजदूरों की लाशों ने
मजबूरी का दूसरा रूप दिखाया
खाने के लिए पैसे नहीं है कहने वालों को भी शराब खरीदने के लिए कतार में खड़े पाया!
वाकिंग डिस्टेंस भले ही रख लो… टॉकिंग डिस्टेंस कभी मत रखना…
क्योंकि जिंदगी के सफर में गुजर जाते हैं..
जो मकाम वो फिर नहीं आते
जिक्र से नहीं
फिक्र से पता चलता है।
कि दुनिया में
अपना कौन है।
वक्त और किस्मत
पर कभी घमंड मत करना
क्योंकि सुबह उनकी भी
होती है
जिनके दिन खराब होते हैं।
कलयुग नहीं
मतलबीयुग चल रहा है…
एक बात बोलूं
रुलाने वाले
वही होते हैं
जो कहते हैं कि,
हंसते हुए अच्छे लगते हो।
दुनिया का सबसे
ताकतवर इंसान
वो है जिसका
खुद पर काबू है
एक अकेला वायरस पूरी दुनिया को
आसमान से जमीन पर ले आया,
इंसान स्वार्थी है यह तब पता चला
जब बेबसी को सड़क पर भटकता पाया!
“दिल की बात”
समझदारी की बातें
सिर्फ दो ही लोग करते हैं
एक वह जिसकी उम्र
अधिक हो और
एक वह जिसने बहुत
कम उम्र में
बुरा वक्त देखा हो।।।
गुस्सा करने के बदले रो लेना अच्छा है
क्योंकि गुस्सा दूसरों को तकलीफ देता है
जबकि आंसू चुपचाप आत्मा में से
बह कर हृदय को स्वच्छ करते हैं
मेरे ठोकरें खाने से भी कुछ लोगों को जलन है
कहते हैं यह शक्स,
तजुर्बे में आगे निकल गया
चल ज़िन्दगी!
नई शुरुआत करते है,
जो उम्मीद औरों से की थी
वो अब खुद से करते है,
नहीं मांगता ऐ खुदा की जिन्दगी
सौ साल की दे,
दे भले चंद लम्हों की लेकिन
कमाल की दे!
ऐ जिन्दगी
तेरे जज्बे को सलाम,
पता है कि
मंजिल मौत है
फिर भी
दौड रही है तू।
चैराहे पर खड़ी जिन्दगी,
बीच रास्ते पड़ी जिन्दगी,
बच्चों सी है शायद
आज अपनी जिद पर अड़ी जिन्दगी।
अपनी तो जिन्दगी की अजीब कहानी है,
जिस चीज को चाहा वो ही बेगानी है,
हस्ते हैं दुनिआ को हँसाने के लिए वरना
दुनिआ डूब जाये इन आँखों मैं इतना पानी है!
जिंदगी एक रात है,
जिसमें ना जाने कितने ख्वाब हैं,
जो मिल गया वो अपना है
जो टूट गया वो सपना है।
जिंदगी जख्मों से भरी है
वक्त को मरहम बनाना सीख लो,
हारना तो मौत के सामने है
फिलहाल जिंदगी से जीतना सीख लो।
हे जिंदगी,
ले चल मुझे वहाँ,
जो मुकाम आखरी हो,
जिंदगी तेरी सफर का
जो अंजाम आखरी हो!
देखा है ज़िन्दगी को
कुछ इतना करीब से
चेहरे तमाम
लगने लगे हैं अजीब से
सबके कर्जे चुका दूँ
मरने से पहले,
ऐसी मेरी नीयत है,
मौत से पहले
तू भी बता दे जिंदगी,
तेरी क्या कीमत है।
खुशियों से नाराज है मेरी जिन्दगी,
प्यार की मोहताज है मेरी जिन्दगी,
हंस लेता हूँ लोगों को दिखने के लिए
वरना दर्द की किताब है मेरी जिन्दगी!
नजरिया बदल के देख,
हर तरफ नजराने मिलेंगे,
ऐ जिन्दगी यहाँ
तेरी तकलीफों के भी दीवाने मिलेंगे!
कौन कहता है की जिन्दगी
बहुत छोटी है. . .
सच तो ये है की हम
जीना ही देर से शुरू करते है. .
जिन्दगी तो सभी के लिए
रंगीन किताब है,
फर्क है तो बस इतना कि कोई,
हर पन्ने को दिल से पढ़ रहा है
और कोई दिल रखने के लिए
पन्ने पलट रहा है!
जिन्दगी गुजर गयी
सारी काँटों की कगार पर,
और फूलों ने मचाई है
भीड़ हमारी मजार पर!
बड़ी चालाक होती है
ये जिंदगी हमारी,
रोज नया कल देकर,
उम्र छीनती रहती है।
बड़े अजीब है यह जिंदगी के रस्ते,
अनजाने मोड़ पर कुछ लोग दोस्त बन जाते है,
मिलने की खुशी दे या ना दे.
बिछड़ने का गम जरूर दे जाते है।
मिल के बिछड़ना दस्तूर है जिन्दगी का,
एक ये ही किस्सा मशहूर है जिन्दगी का,
बीते हुए पल लौट के नहीं आते
यही सबसे बड़ा कसूर है जिन्दगी का!
जिंदगी
दो लफ्जों में यूँ अर्ज है,
आधी कर्ज है,
तो आधी फर्ज है!
यूँ तो ए जिन्दगी
तेरे सफर से शिकायते बहुत थी,
मगर दर्द जब दर्ज कराने पहुँचे
तो कतारे बहुत थी !!
जिंदगी ने कुछ इस तरह का रूख लिया,
जिसने जिस तरफ चाहा मोड़ दिया,
जिसको जितनी थी जरुरत साथ चला
और फिर एक लम्हें में तन्हा छोड़ दिया।