नहीं छोड़ी कमी किसी रिश्ते को
निभाने में मैने दोस्तों!
आने वाले को दिल का रास्ता भी दिया और
जाने वाले को रब का वास्ता भी दिया!!
एक ही चेहरे की अहमियत हर एक नजर में अलग सी क्यूँ है, उसी चेहरे पर
कोई खफा तो कोई फिदा सा क्यूँ है।
लकीरें ये नसीब ये किस्मत सब फ़रेब के आईनें हैं हाथों में तेरा
हाथ होने से ही मुकम्मल ज़िंदगी के मायने हैं
दर्दों की भी अपनी दुनिया है, इनकी दरिया भी बहती है, शायद मैं डूब
गया इसमें, ये खामोशी कुछ तो कहती है।
जरूरत रही होगी उसे भी तभी तो आया होगा…. वरना इस दुनिया में कौन
किसी को बेवजह इतना खास बनाता है…
हमारे सामने अंजान बनते थे हमने जरा पलके क्या झपकायी वो तो खिलाडी निकलें
यादों का सिलसिला घटता नहीं राते तो पहले से बदनाम थी पर अब तो दिन भी कटता नहीं
इन आँशुओं जैसे वो भी कभी हुआ करते थें….. जो खुशी और दर्द दोनों में
साथ रहें…