“बिन सावन बरसात नही होती,
सूरज डूबे बिना रात नही होती,
क्या करे अब कुछ ऎसे हालात है,
आपकी याद आये बिना दिन की शुरुवात नही होती।”
🙏🏻🌹शुभ प्रभात 🌹🙏🏻
“बिन सावन बरसात नही होती,
सूरज डूबे बिना रात नही होती,
क्या करे अब कुछ ऎसे हालात है,
आपकी याद आये बिना दिन की शुरुवात नही होती।”
🙏🏻🌹शुभ प्रभात 🌹🙏🏻