बाबा जी मेरा भी खाता खोल दो शिरडी दरबार में, बाबा जी आता जाता रहूँ मैं शिरडी की पवित्र भूमी पर
बाबा जी जो भी सेवा हो मेरी लगा देना, बस अपने चरणों का दास बना कर शिरीडी में रख लेना।
बाबा जी मेरा भी खाता खोल दो शिरडी दरबार में, बाबा जी आता जाता रहूँ मैं शिरडी की पवित्र भूमी पर
बाबा जी जो भी सेवा हो मेरी लगा देना, बस अपने चरणों का दास बना कर शिरीडी में रख लेना।