परियों से सूंदर है महबूबा मेरी

परियों से सूंदर है महबूबा मेरी,

पाकर उसे खुद पर नाज़ करता हूँ,

हर हनम में बस उसी का बनना है,

ये एलान सरेआम करता हूँ.

जन्मदिन मुबारक