Radha ke sacche prem
राधा के सच्चे प्रेम का यह ईनाम हैं, कान्हा से पहले लोग लेते राधा का नाम हैं।
राधा के सच्चे प्रेम का यह ईनाम हैं, कान्हा से पहले लोग लेते राधा का नाम हैं।
एक तरफ साँवले कृष्ण, दूसरी तरफ राधिका गोरी जैसे एक-दूसरे से मिल गए हों चाँद-चकोरी।
राधा कृष्ण का मिलन तो बस एक बहाना था, दुनियाँ को प्यार का सही मतलब जो समझाना था।
मैं कान्हा था, कान्हा हूँ, ओर कान्हा ही रहूँगा, फैसला तुझे करना हैं पगली, तुझे गोपी बनना हैं, मीरा बनना...
कृष्णा के कदमो पे कदम बढाते चलो, अब मुरली नही तो सीटी बजाते चलो राधा तो घर वाले दिलाएंगे ही,...
किसी के पास ego हैं, किसी के पास attitude हैं, मेरे पास तो मेरा साँवरा हैं, वो भी बड़ा cute...