Jisse dev bhi
जिससे देव भी डरते हैं, ऐसा हैं मेरा महादेव।
महाकाल तेरी मेरी प्रीत पुरानी, शक की ना गुंजाइश हैं, रखना हमेशा चरणों में ही छोटी सी ये फरमाइश हैं।
सोचने से कहाँ मिलते हैं तमन्नाओं के शहर, चलने की जिद भी जरुरी हैं महाकाल पाने के लिए।
आँधियो में भी जहाँ जलता हुआ चिराग़ मिल जाएगा, उस चिराग़ से पूछना महाकाल का पता मिल जाएगा ।।
हमने तो अपने आप को महाकाल के चरणों में रख दिया, दुनियाँ ही हमारी महाकाल हैं, अब इतना समझ लिया।
बहुत दिल भर चुका हैं खूब रोना चाहता हूँ, मैं महाकाल तेरी गोद में सिर रख कर सोना चाहता हूँ।