Raqt nahi wo
रक्त नहीं वो पानी हैं, जो श्रीराम ना बोले, वो पकिस्तानी हैं।
अयोध्या के वासी राम, रघुकुल के कहलाये राम, पुरुषों में हैं उत्तम राम, सदा जपों हरी राम का नाम।
श्रीराम का वंशज हूँ मैं, गीता ही मेरी गाथा हैं, छाती ठोक के कहता हूँ, भारत ही मेरी माता हैं।
गंगा बड़ी गोदावरी, तीरथ बड़ा प्रयाग, सबसे बड़ी अयोध्या नगरी, जहां राम लिये अवतार।
हाथ में तलवार हैं, वाणी की भी धार हैं, फिर भी रहते शांत हैं, क्योंकि श्रीराम के संस्कार हैं।
चप्पा चप्पा भर जाएगा श्रीराम के दीवानों से, सारा देश गूंज उठेगा, जय सियाराम के जयकारों से।