Category: Barish Shayari
मौसम है बारिश का और याद तुम्हारी आती है, बारिश के हर कतरे से आवाज़ तुम्हारी आती है, बादल जब गरजते हैं, दिल की धड़कन बढ़ जाती है, दिल …
भीगी मिट्टी की महक प्यास बढ़ा देती है दर्द बरसात की बूँदों में बसा करता है
पूछते थे ना कितना प्यार है तुम्हे हम से लो अब गिन लो… बारिश की ये बूँदें
सारे इत्रों की खुशबू , मंद पड़ गई… मिट्टी में बारिश की बूंदें, जो चंद पड़ गयी… ⛈️⛈️⛈️⛈️⛈️
अगर मेरी चाहतों के मुताबिक जमाने की हर बात होती तो बस मैं होता तुम होती और सारी रात बरसात होती
ज़रा ठहरो के बारिश है यह थम जाए तो फिर जाना किसी का तुझ को छु लेना मुझे अच्छा नहीं लगता
बरिश का यह मौसम कुछ याद दिलाता है किसी के साथ होने का एहसास दिलाता है फिजा भी सर्द है यादें भी ताज़ा हैं यह मौसम किसी का प्यार …
ख़ुद को इतना भी न बचाया कर बारिशें हुआ करे तो भीग जाया कर