अगर किसी परिस्थिति के लिए आपके पास सही शब्द नहीं है
तो सिर्फ मुस्कुरा दीजिये,
शब्द उलझा सकते है पर मुस्कुराहट हमेशा काम कर जाती है।
क्योंकि
कर्ण ने महाभारत में कहा था कि दोस्त दुर्योद्धन मुझे मृत्यु से डर नहीं लगता पर भगवान श्रीकृष्ण की निश्चल मुस्कान मेरे सम्पूर्ण आस्तित्व को अंदर से हिला देती हैं।
मुस्कुराते रहिये।