यह कलयुग हैं, यहाँ ताज अच्छाई को नही बुराई को मिलता हैं,
लेकिन हम तो बाबा महाकाल के दीवाने हैं, ताज के नही रुद्राक्ष के दीवाने हैं।
Yah kalyug
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लेकिन हम तो बाबा महाकाल के दीवाने हैं, ताज के नही रुद्राक्ष के दीवाने हैं।