कब्ज को दूर करने का दमदार और सटीक इलाज, Strong and accurate treatment to remove constipation

कब्ज यूं तो छोटी समस्या लगती है और इस कारण लोग इसे काफी नजरअंदाज भी करते हैं, लेकिन इसे छोटी समस्या समझना सेहत के साथ खिलवाड़ करना है। आप पेट से जुड़ी इस समस्या को ज्यादा समय तक नजरअंदाज करते हैं तो यह सेहत के लिए घातक साबित हो सकती है, कब्ज के कारण जो की पेट से सम्बंधित है इससे प्रभवित होने वाले लगभग 72 रोग को आपके लिए बिन बुलाए मेहमान बन सकते है, समय रहते जाग जाए और कब्ज को नीचे दिए गये उपायों से भगाए। क्योंकि जब पेट ठीक रहेगा, तभी जीवन की गाड़ी भी ठीक चलेगी।
कब्ज होने के कारण :
कब्ज कई तरह का हो सकता है। जैसे कभी-कभार होने वाला कब्ज, क्रॉनिक कॉन्स्टिपेशन (कब्ज बहुत ज्यादा बढ़ जाने पर), यात्रा या उम्र से संबंधित कब्ज। कब्ज में हमारी आंतें मल को छोड़ नहीं पातीं। ऐसा कई वजहों से हो सकता है, मसलन, खानपान में अचानक आया बदलाव, यात्रा, उम्र, गर्भावस्था आदि।
खानपान में किसी भी तरह का बदलाव कब्ज का कारण बन सकता है, जैसे अचानक बहुत ज्यादा तैलीय खाना खाने या वजन घटाने के लिए खाने पर नियंत्रण करने की वजह से भी कब्ज हो जाता है। इसके अतिरिक्त यदि आप बहुत ज्यादा वसायुक्त चीजें पसंद करते हैं या शराब और कॉफी पीते हैं तो भी कब्ज के शिकार हो सकते हैं।
कुछ लोग बहुत कम पानी पीते हैं। ऐसे लोग मानते हैं कि दिन में दो गिलास पानी पी लें तो भी उनका काम चल जाएगा, लेकिन इससे हमारे पाचन तंत्र और शरीर की जरूरतें पूरी नहीं होतीं।
क्या आप रोजाना कसरत करते हैं? रोजाना न सही, सप्ताह में चार दिन तो करते होंगे। नहीं? पाचन तंत्र के बिगड़ने या कब्ज होने की यह सबसे बड़ी वजह है। शारीरिक व्यायाम के अभाव में हमारा मेटाबॉलिज्म खराब हो जाता है। मेटाबॉलिज्म के कमजोर पड़ते ही हमारी पाचन क्रिया गड़बड़ हो जाती है।
कुछ दवाओं के सेवन से भी कब्जियत हो जाती है। ज्यादातर मामले पेन किलर्स की वजह से देखने को मिले हैं। कुछ विटामिन और आयरन की खुराक से भी यह समस्या हो जाती है।
कब्ज से निजात दिलाने के उपाय :
निम्बू : नीबू हमारे शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। अगर कभी कब्ज हो जाए तो एक गिलास गर्म पानी में एक नीबू का रस और शहद मिलाएं और पी लें।
दूध और दही : कब्ज की समस्या को दूर करने के लिए पेट में अच्छे बैक्टीरिया का भी होना जरूरी है। सादे दही से आपको प्रोबायोटिक मिलेगा, इसलिए आप दिन में एक से दो कप दही जरूर खायें। इसके अलावा यदि बहुत परेशान हैं तो एक गिलास दूध में एक से दो चम्मच घी मिला कर रात को सोते समय पिएं, लाभ होगा।
आयुर्वेद की मदद : जब अपच की समस्या हमे लगातार हो रही हो तो हमें इससे छुटकारा पाने के लिए आयुर्वेदिक औषिधयों का ही सेवन करना चाहिए, क्योकि ये पुर्ण रुप से सुरक्षित होती हैं, इनसे किसी प्रकार का साइड इफेक्ट नही होता हैं।
उदर विकार हर चूर्ण कब्ज के लिए रामबाण दवा है।
उदर विकार हर चूर्ण का सेवन: उदर विकार हर चूर्ण कब्ज के लिए रामबाण दवा है। ये चूर्ण कब्ज (मल अवरोध), एसीडिटी, अपच, अरुचि, आदि को दूर करने में लाभप्रद हैं। यह चूर्ण जवाहरे, सौंठ, काली मिर्च, पीपल, हरड छाल, काला जीरा, सौंफ, सनाय, काला नमक आदि से मिलकर बना होता हैं।, इसको आप 6 ग्राम से 12 ग्राम हल्के गर्म पानी के साथ रात्रि को लेवें।
अविपत्तिकार चूर्ण: अविपत्तिकर चूर्ण के सेवन से अम्लपित, अपचन, अरुचि, मलबन्ध, मूत्रबन्धता, प्रमेह, अर्श आदि रोग नष्ठ होते है, ये चूर्ण सौंठ, मिर्च, पीपल, आवंला, हर्रे, बहेडा, मोथा, विडनमक, वायविडंग, इलायची, तेजपत्र, लौंग, निसोत, खंड, आदि से मिलकर बना होता हैं। इस चूर्ण को आप 6 ग्राम से 12 ग्राम पानी से दिन में तीन बार लेवें।
सुबह उठने के बाद नींबू के रस को काला नमक मिलाकर पानी के साथ सेवन कीजिए। इससे पेट साफ होगा।
कब्ज के लिए शहद बहुत फायदेमंद है। रात को सोने से पहले एक चम्‍मच शहद को एक गिलास पानी के साथ मिलाकर नियमित रूप से पीने से कब्‍ज दूर हो जाता है।
किशमिश को पानी में कुछ देर तक डालकर गलाइए, इसके बाद किशमिश को पानी से निकालकर खा लीजिए। इससे कब्ज की शिकायत दूर होती है।
पालक का रस पीने से कब्‍ज की शिकायत दूर होती है, खाने में भी पालक की सब्‍जी का प्रयोग करना चाहिए।
कब्ज की समस्‍या से बचने के लिए नियमित रूप से व्यायाम और योगा करना चाहिए। गरिष्ठ भोजन करने से बचें।