Na pucho mujhse mere pehchan
ना पूछो मुझसे मेरी पहचान, मैं तो भस्मधारी हूँ, भस्म से होता जिनका श्रृंगार, मैं उस भोलेबाबा का पुजारी हूँ।...
ना पूछो मुझसे मेरी पहचान, मैं तो भस्मधारी हूँ, भस्म से होता जिनका श्रृंगार, मैं उस भोलेबाबा का पुजारी हूँ।...
सभी कारणो के प्रमुख कारण, महायोगी, वैरागी निराकार, निर्गुण,सुंदरता की परिभाषा, और आकर्षण की पराकाष्ठा ऐसे मेरे भोलेनाथ देवो के...
शिव भुल जाए मेरी तकलीफ कोई गम नही,तुम्हारी श्रद्धा की मेरी पहचान हैं, इसके बिना दुनिया में मेरी कोई ओकात...
भक्ति ऐसी धड़कन बन जाए साँस आए तो नाम शिव का आए,शिव भक्ति का नशा ऐसा छा जाए बंद हो...
चिलम के धुंये में हम खोते चले गये, बाबा होश में थे, मदहोश होते चले गये,जाने क्या बात हैं, महादेव...
तमनाओं की महफ़िल तो हर कोई सजाता हैं,मगर पूरी उसकी ही होती हैं जिसके सर पर भोलेनाथ का हाथ होता...
पी के भांग जमा लो रंग, जिन्दगी बीते खुशियों के संग,लेकर नाम SHIV BHOLE का दिल में भर लो शिवरात्रि...
बैठा हैं शमशान में वो लिये कपाल, साथ डमरू त्रिशूल हैं और जटा विशाल,भैरव गोरख अघोर नागा और पूजे चांडाल।