Saand lal rang
सांड लाल रंग से भड़कता हैं, और देश विरोधी, गद्दार भगवे से।
फतवा नहीं, बस भगवा का नाम होगा, मेरे देश में अब सलाम नहीं, सिर्फ जय श्री राम होगा।
चेहरे पर क्रीम लगाओ या ना लगाओ, भगवा तिलक ज़रूर लगाये, सुन्दरता अपने आप बढ जायेगी।
कभी दुर्गा कभी सीता हैं, कभी चण्डी कभी काली हैं, भारत छोड़ो देशद्रोहियों, ये भगवा की लाली हैं।