Bhagwa apna
भगवा अपना जीवन हैं, भगवा अपनी पहचान, भगवा से हैं हिन्दू, और भगवा से ही हिन्दुस्तान।
किसी के शोर से भारत का वंदन रुक नही सकता, जब तक खून में हैं हलचल, भगवा झुक नही सकता...
मन भी भगवा, तन भी भगवा, भगवा रंग जवानी का, कहत कबीर सुनो भाई साधो, रंग हैं ये बलिदानी का।