Mai kal nahi

मैं कल नहीं मैं काल हूँ, वैकुण्ठ या पाताल नहीं,
मैं मोक्ष का भी सार हूँ, मैं पवित्र रोष हूँ, मैं ही तो अघोर हूँ, मैं शिव हूँ।