लाखों दिल झूमते हैं ना जाने किस ओर ठिकाना हैं,
तेरा मेरे भोलेनाथ, तेरे दर्शन को बेचैन हज़ारों तुझे ढूँढ़ते हैं।
Lankho dil jhumte
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तेरा मेरे भोलेनाथ, तेरे दर्शन को बेचैन हज़ारों तुझे ढूँढ़ते हैं।