Kal ka din kisne dekha hai

“कल का दिन किसने देखा है,
आज का दिन भी खोये क्यों,
जिन घड़ियों में हँस सकते हैं,
उन घड़ियों में फिर रोये क्यों।”
🙏🏻🌹शुभ प्रभात 🌹🙏🏻

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