Socha tha tu jaan hai meri lekin
bhool gayi thi
ye jaan bhi chali jaati hai ek din
Muskura deti hoon main har ek baat pe
ab toote dil ki aur kya nishani chahiye
मेरी दोस्ती की कहानी आपसे है
इन साँसों की रवानी आपसे है
ऐ दोस्त मुझे कभी बुला ना देना
इस दोस्त की जिंदगानी आपसे है ।।
जिसकी मोहब्बत में मरने के लिए तैयार थे हम!
आज उसकी बेवाफाई ने हमें जीना सिखा दिया!!
छोड़ दो किसी से
वफा की आस ऐ दोस्त..,
जो रूला सकता हैं..
वो भुला भी सकता हैं..
मेरी हंसी में भी कई गम छिपे है डरता हूँ बताने से….
कही सबका प्यार से भरोसा न उठ जाये!!
इश्क में मेरा इस कदर टूटना तो
लाजमी था,काँच का दिल था
और मोहब्बत पत्थर से की थी।