Depression Shayari

खुद से खुद को खोने लगा हूँ
मुझे लगता है मै पागल होने लगा हूँ
बिना वजह हँसते हँसते रोने लगा हूँ
तेरे जाने के बाद से ही पागल होने लगा हूँ

कुछ बातें खास तुझे बता बैठे थे
हम सब कुछ तुझे अपना बना बैठे थे
तूने तोड़ दिया एक झटके में दिल को
हम भरोसा कर दिल तेरे कदमों में बिछा बैठे थे

चले थे साथ मंज़िल की तरफ
तूने बीच रास्ते में अकेला छोड़ दिया
अब तेरे बिन रास्ता भटक रहा हूँ मै
आ कर देख कितना तड़प रहा हूँ मै.

आदत डाल कर अब ना जाओ दूर तुम
दिल उदास है बहुत इसे संभाल लो तुम
तेरे बिना जीने के लिए मान नहीं रहा मुझसे
तेरे बिना मर जायेगा यह बात जान लो तुम

रुक जाओ बस कुछ लम्हों के लिए और
मेरी आखरी इच्छा पूरी करती जाओ
तेरी बाहों में लिप्ट कर दम तोड़ना चाहता हूँ
एक आखरी बार अपनी बाहों में भरती जाओ

अकेला रहना अच्छा लगने लगा है
यह दिल लोगों से डरने लगा है
खुद से बातें कर सकूँ मिलता है
अपनों को भी खुद से दूर करने लगा है