दोस्ती में ही ताकत है साहेब

*दोस्ती में ही “ताकत” है साहेब..*
*”समर्थ” को झुकाने की…*

*बाकी “सुदामा” में कहाँ ताकत थी..*
*”श्रीकृष्ण” से पैर धुलवाने की…!!!*