HomepageSher-o-ShayariLove Shayari छुपे छुपे से रहते हैं छुपे छुपे से रहते हैं सरेआम नहीं हुआ करते, कुछ रिश्ते बस एहसास होते हैं उनके नाम नहीं हुआ करते.. Related Post हज़ार बार ली है तेरे हुस्न को नकाब Next Read: ना हीरों की तमन्ना है » Related Post मोहब्बत से अपनी सवारू तुझे बादलों से कह दो अब इतना भी ना बरसे Agar ache se samajh jaate na mujhe tum