HomepageStatus & MessagesSad Status कईं रोज से कोई नया कईं रोज से कोई नया जखम न दिया पता करो सनम ठीक तो है न !! Related Post कलम से खत लिखने का रिवाज फिर आना चाहिए साहिब यही सोचकर कोई सफाई नहीं Next Read: आज भी उसी मोड़ पर » Related Post Roz rota hai wo gulaab Saazish-e-sahar me muzrim ke siva koi nahi उम्र कैद की तरह होते हे