“बहुत शौक था मुझे सबको खुश रखने का, होश तब आया जब खुद को जरुरत के वक्त अकेला पाया।”
🙏🏻🌹शुभ प्रभात 🌹🙏🏻
[sc name=”share” id=”106364″ text=”बहुत शौक था मुझे सबको खुश रखने का, होश तब आया जब खुद को जरुरत के वक्त अकेला पाया। 🙏🏻🌹शुभ प्रभात 🌹🙏🏻”]
“बहुत शौक था मुझे सबको खुश रखने का, होश तब आया जब खुद को जरुरत के वक्त अकेला पाया।”
🙏🏻🌹शुभ प्रभात 🌹🙏🏻
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