सच्चे प्यार को ये कमबख्त आँखे कह ही देती हैं
पर आज हम लब्जो से कुछ कहना चाहते हैं
क्या मेरे सनम तुझे क़ुबूल हूँ मैं
मेरे दिल के हर कोने में बस तेरा ही नाम हैं
चाहे तो चीर के देख ले बस तेरा ही गुलाम हूँ मैं
तुज़े जो छह दिल से है, मगर लगता नहीं आज कहे पाउँगा, यादें जो दास्ताँ बन गयी है, इजहार करके मेरे नसीब को आजमाऊँगा
मुझे खामोश राहों मै तेरा साथ चाहिए, तनहा है मेरा हाथ तेरा हाथ
चाहिए, जूनून-ई-इश्क को तेरी ही सौगात चाहिए, मुझे जीने के लिए तेरा ही
प्यार चाहिए !!
तुमसे मिलने की आज ख्वाइश रखी है
दिल ने आज तेरी दीदार की ख्वाइश रखी है
फ़ुरसत मिले तो ख़्वाबों में आ जाना
हमने सपनों में तेरे लिए जन्नत सजा रखी है !!
मोहब्बत करो तो रूह से करना ऐ हमसफ़र ..
सुना है दिल तो अक्सर भर जाया करते है !!
देखो अंधेरा मुझे अब अपनी ओर खींच रहा है
उस से पहले आकर तुम मेरा हांथ थाम लो ना !!