Kaash Mere Rone Pe Bhi Koi Bachchon Jaise Lakhon
kaash mere rone pe bhi koi bachchon jaise lakhon sawaal puchhta
kaash mere rone pe bhi koi bachchon jaise lakhon sawaal puchhta
आंखो को अक्सर वही चीज़ पसंद आती है, जिसका मिलना मुश्किल हो
दिल में चाहत का होना जरूरी है…वरना, याद तो रोज दुश्मन भी करते हैं
जब जरुरत के समय काम आने वाला, अपना ही पैसा बदल जाता है… तो अपनों की बात करें ।
हमारी तबियत भी न जान सके हमे बेहाल देखकर, और हम कुछ न बता सके उन्हें खुशहाल देखकर।