Category: Hurt Shayari

Chor gye humko woh akele hi rahon me

छोड़ गए हमको वो अकेले ही राहों में, चल दिए रहने वो औरों की पनाहों में, शायद मेरी चाहत उन्हें रास नहीं आई, तभी तो सिमट गए वो गैर …