Jo aapki har baat ka yakeen karta hai
जो आपकी हर बात का यकीन करता है, उससे कभी झूठ मत बोलना.. शुभरात्रि
जो आपकी हर बात का यकीन करता है, उससे कभी झूठ मत बोलना.. शुभरात्रि
फूंक मारकर हम दीपक को बुझा सकते हैं पर, अगरबत्ती को नहीं क्योंकि जो महकता है, उसे कोई नहीं बुझा...
दिन से तो मेरा कारोबारी रिश्ता है, दोस्ती मेरी सिर्फ रात से है.. शुभरात्रि
धर्म चाहे जो भी हो, अच्छे इंसान बनो, हिसाब हमारे कर्म का होगा धर्म का नहीं... शुभरात्रि
अगर चाहते हो कि भगवान मिले, तो ऐसे कर्म करो जिससे दुआ मिले.. शुभरात्रि
बेकसूर कौन होता है इस जमाने में... बस सबके गुनाह पता नहीं चलते.. शुभरात्रि
हो सके तो अकेले रहना सीख लो... जिस पर आप सबसे ज्यादा depend रहोगे वही सबसे ज्यादा आपको हर्ट करेगा..!...