Category: 2 Lines Shayari
लाख #बुराइयाँ हैं #मोहब्बत में मग़र, कोई ऐसा नहीँ जिसको # इसकी तलब न हो…!!
कुछ अलग सा है अपनी मोहब्बत का हाल तेरी चुप्पी और मेरा सवाल।
नींद चुराने वाले पूछते हैं सोते क्यों नही, इतनी ही फिक्र है तो फिर, हमारे होते क्यों नही।
Jo gir kar sambhal jata hai, Vo aksar zindagi ko samjh jata hai..
ये भी एक तमाशा है इश्क ओ मोहब्बत में, दिल किसी का होता है और बस किसी का चलता है।
खुद को तुम्हारा कह दिया है, अब दुनिया को पराया मानता हूं मैं !
खुद में हम कुछ इस कदर खो जाते हैं, सोचते हैं आपको और आप ही के हो जाते हैं!!
अक्स-ए-ख़ुशबू हूँ बिखरने से न रोके कोई, और बिखर जाऊँ तो मुझको न समेटे कोई।