कमियाँ तो मुझमें भी बहुत है,
पर मैं बेईमान नहीं।
मैं सबको अपना बनाता हूँ,
सोचता फायदा या नुकसान नहीं।
हमें तीरंदाज़ कहने का क्या फायदा,
जब मेरे पास कमान नहीं।
एक शौक है ख़ामोशी से जीने का,
कोई और मुझमें गुमान नहीं।
छोड़ दूँ बुरे वक़्त में दोस्तों का साथ,
वैसा खुदगजॅ इंसान नहीं।
सुप्रभात!!