जो खुशियां हमे खैरात में मिले,
उसे हम पसन्द नही किया करते हैं,
क्योंकि गम में कितने भी काले बादल छा जाएं
फिर भी हम नबाबो की तरह जिया करते हैं।
जो खुशियां हमे खैरात में मिले,
उसे हम पसन्द नही किया करते हैं,
क्योंकि गम में कितने भी काले बादल छा जाएं
फिर भी हम नबाबो की तरह जिया करते हैं।