झुंड मे रहने वालो आजमा कर
देखना कभी हमारी छाती पर फौलाद भी पिघलता है,
शेर सा जिगरा है “राजपूत” का
हमेशा अकेला निकलता है …।।।।
झुंड मे रहने वालो आजमा कर
देखना कभी हमारी छाती पर फौलाद भी पिघलता है,
शेर सा जिगरा है “राजपूत” का
हमेशा अकेला निकलता है …।।।।