<p style="text-align: center;"><strong>“झूठ कहते हैं कि संगत असर होता है, आज तक ना काँटों को महकने का सलीका आया और ना फूलों को चुभना आया।”</strong> <strong>― शुभ प्रभात</strong> [sc Name="Share" Id="136" Text="झूठ कहते हैं कि संगत असर होता है, आज तक ना काँटों को महकने का सलीका आया और ना फूलों को चुभना आया। ― शुभ प्रभात"]</p>