Category: Dussehra Wishes
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बुराई का रूप अब भ्रष्टाचार हैं
बुराई का रूप अब भ्रष्टाचार हैं, रावण के रूप में नेताओं का अत्याचार हैं। देश रुपी इस लंका में कौन राम बनेगा, यंहा तो अब बस मिलावटी व्यवहार हैं।
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कभी भी दुःख का आप पर पड़े ना साया
कभी भी दुःख का आप पर पड़े ना साया, राम जी के नाम का ऐसा असर हैं छाया। हर पल धन धन्य आये आपके अंगना, हैं वियजदशमी पर मेरी यही मनोकामना।
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बुराई को खुद से और इस देश से दूर भगाओ
बुराई को खुद से और इस देश से दूर भगाओ, अच्छाई को अपने जीवन में अपनाओ। रावण को जलाओ और भ्रष्टाचार मिटाओ, प्रगति के पथ पर भारत देश को आगे बढ़ाओ। शुभ दशहरा
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सतीत्व मर्यादा के लिए
सतीत्व मर्यादा के लिए, कुदरत ने कहर बरसाया था। जब रावण की मौत आयी, समंदर ने पत्थरो को तैराया था।
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सोच रहा हूँ इस दशहरा अपने अंदर उस रावण को जला लू
सोच रहा हूँ इस दशहरा अपने अंदर उस रावण को जला लू जो हर परायी स्त्री को भोग की चीज़ समझता हैं। और उस रावण को बचा लू जिसने अपनी बहन के मान के लिए अपने संपूर्ण कुल का दीपक बुझने दे दिया..।।।।
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A victory of hope over despair
A victory of hope over despair, A victory of creation over destruction, A victory of light over darkness, A victory of knowledge over ignorance. A victory of justice over injustice, Victory of dignity over oppression, Alas! This victory will remain incomplete, Till all the Kabeels, Sabeels and Afzals are hanged. – Dr. Yogesh Sharma