कुछ लोग दोस्ती को “मन्नत” कहते हैं..
कुछ लोग दोस्ती को “जन्नत” कहते हैं..
पर हम तो दोस्ती को खुदा का भेजा हुआ “क़ुदरत” का करिश्मा कहते हैं..
कुछ लोग दोस्ती को “मन्नत” कहते हैं..
कुछ लोग दोस्ती को “जन्नत” कहते हैं..
पर हम तो दोस्ती को खुदा का भेजा हुआ “क़ुदरत” का करिश्मा कहते हैं..