हो गयी है रात निकल आये हैं सितारे;
सो गए हैं पंछी, शांत हैं सब नज़ारे;
सो जाइए आप भी इस महकती रात में;
देख रहें हैं राह आपकी सपने प्यारे-प्यारे।
शुभ रात्रि!
हो गयी है रात निकल आये हैं सितारे;
सो गए हैं पंछी, शांत हैं सब नज़ारे;
सो जाइए आप भी इस महकती रात में;
देख रहें हैं राह आपकी सपने प्यारे-प्यारे।
शुभ रात्रि!