सपनो की दुनिया में हम खोते चले गए;
होश में थे मगर मदहोश होते चले गए;
जाने क्या बात थी उनकी आवाज़ में;
न चाहते हुए भी उनके होते चले गए। शुभ रात्रि!
सपनो की दुनिया में हम खोते चले गए;
होश में थे मगर मदहोश होते चले गए;
जाने क्या बात थी उनकी आवाज़ में;
न चाहते हुए भी उनके होते चले गए। शुभ रात्रि!