Dukh ho ya phir
दुःख हो या फिर सुख हो, सांई जी को हमेशा याद करो, सहारा हैं...
Read moreदुःख हो या फिर सुख हो, सांई जी को हमेशा याद करो, सहारा हैं...
Read moreबाबा जी मेरा भी खाता खोल दो शिरडी दरबार में, बाबा जी आता जाता...
Read moreआखें सुनी मन रोता हैं, बाबा हमारा क्यों सोता हैं, खोल के आखें देख...
Read moreकिसी ने पूछा कि “उम्र” और “जिन्दगी” में क्या फर्क हैं ? बहुत सुन्दर...
Read moreजो कल था उसे भूलकर तो देखो, जो आज हैं उसे जी कर तो...
Read moreना मुस्कुराने को जी चाहता हैं, ना आँसू बहाने को जी चाहता हैं, लिँखू...
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